रोम मेमोरी क्या होती है?

ROMchip

कंप्यूटर में रोम मेमोरी किसे कहते है?

ROM – Read Only Memory (रीड ओनली मेमरी)

  • रीड ओनली मेमोरी का अर्थ है – वह मेमोरी, जिस पर लिखा नहीं जा सकता उसे सिर्फ पढ़ा जा सकता है|
  • इस प्रकार की स्मृति स्थिर होती है, यानि विद्युत् आपूर्ति न रहने पर भी इस पर लिखा डाटा बना रहता है|
  • इस प्रकार की मेमोरी पर निर्माण के दौरान ही डाटा सहेज लिया जाता है, जो उस पर स्थाई रूप से संगृहीत रहता है|
  • किसी कंप्यूटर को चालू करने के लिए आवश्यक निर्देश रोम मेमोरी में संगृहीत रखे जाते है, इस आपरेशन के बूटस्ट्रैप के रूप में जाना जाता है|
  • इस प्रकार की मेमोरी को कंप्यूटर के अलावा कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों में भी इस्तेमाल किया जाता है, जैसे वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन इत्यादि

रोम मेमोरी के प्रकार?

रोम मेमोरी के फायदे?

रेम मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

Kinds-of-RAM

जब भी कोई कंप्यूटर, मोबाइल या अन्य यन्त्र कार्य करता है, तो उस दौरान चलने वाले सॉफ्टवेयर रेम मेमोरी का प्रयोग करते है|

रेम मेमोरी दो प्रकार की होती है:

  1. SRAM – स्टेटिक रेम
  2. DRAM – डायनामिक रेम

स्टेटिक रेम (SRAM)

  • इसमें रेम की स्मृति तभी तक रहती है, जब तक विद्युत् आपूर्ति चालू रहती है|
  • यह अस्थिर मेमोरी है, बिजली जाने पर इसका डाटा खो जाता है|
  • SRAM में 6-चिप्स-ट्रांजिस्टर के मैट्रिक्स का प्रयोग होता है
  • इसमें किसी केपेसिटर का प्रयोग नहीं होता है|
  • DRAM के मुकाबले इसमें ज्यादा चिप्स का उपयोग किया जाता है|
  • इसे बनाने में ज्यादा लागत आती है|
  • इसे कैश मेमोरी की तरह उपयोग किया जाता है|
  • यह DRAM के मुकाबले तेज गति से कार्य करती है|
  • इसमें विद्युत् की खपत ज्यादा होती है|

डायनामिक रेम (DRAM)

  • डाटा को बनाये रखने के लिए इसे बार बार रिफ्रेश किया जाता है|
  • यह SRAM के मुकाबले सस्ती होती है|
  • इसे आम तौर पर सिस्टम मेमोरी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है|
  • इसे उन मेमोरी सेल से बनाया जाता है जिसमें एक ट्रांजिस्टर और एक केपेसिटर होता है|
  • इसका जीवन काल SRAM से कम होता है|
  • यह SRAMके मुकाबले कम गति से कार्य करती है|
  • इसे रेम के रूप में प्रयोग किया जाता है|
  • इसमें बिजली की खपत भी कम होती है|