असेम्बलर कंप्यूटर का वह प्रोग्राम होता है, जो बुनियादी कम्प्यूटर निर्देश लेता है और उन्हें बिट्स के उस पैटर्न में बदलता है जिसे कंप्यूटर का प्रोसेसर प्रोसेस कर अपनी कार्यवाही कर सके|
- कंप्यूटर एक मशीन के रूप में बाइनरी के सिद्धांत पर चलता है, यानि यह 0 और 1 की भाषा ही समझता है|
- इसलिए किसी भी कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे प्रोग्राम को प्रोसेस करते समय मशीन की भाषा में बदलना आवश्यक होता है, असेम्बलर ही वह प्रोग्राम है जो असेंबली भाषा के कंप्यूटर प्रोग्राम को मशीन भाषा के प्रोग्राम में परिवर्तित करता है|