लेज़र प्रिंटर कैसे कार्य करता है?

  • लेजर मुद्रण एक इलेक्ट्रोस्टैटिक (विद्युत आवेग द्वारा) डिजिटल मुद्रण की प्रक्रिया है, जिसमें एक भिन्‍नरूपेण चार्ज छवि को परिभाषित करने के लिए, नकारात्मक चार्ज हुए बेलनाकार ड्रम पर लेज़र बीम को बार बार आगे-पीछे घुमाकर उच्च गुणवत्ता वाले पाठ और ग्राफिक्स (और मध्यम गुणवत्ता तस्वीरें ) का उत्पादन किया जाता है|
  • इसके बाद बेलनाकार ड्रम चुनिंदा रूप से विद्युत से चार्ज हुए स्याही पाउडर (टोनर) से कागज पर छवि बना देता है|
  • उसे बाद में गरम करके पेपर पर बनी छवि को स्थाई कर दिया जाता है|
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बैच प्रोसेसिंग किसे कहते है?

बिना मानवीय हस्तक्षेप के एक कंप्यूटर पर कार्यक्रमों की एक श्रृंखला (‘जॉब’) का निष्पादन, बैच प्रोसेसिंग कहलाता है|

  • इसमें कंप्यूटर पर किये जाने वाले कार्य के निर्देशों को पहले से कंप्यूटर बैच प्रोग्राम में सहेज कर रखा जाता है|
  • कंप्यूटर बैच प्रोग्राम को एक नियत समय पर कार्य प्रारंभ करने के लिए अन्य कंप्यूटर प्रोग्राम कार्य अनुसूचक के माध्यम से निर्देशित किया जाता है|
  • बैच प्रोग्राम को कार्य के लिए ज़रुरी इनपुट फाइल के रूप में दिए जाते है, इनपुट पहले से इन फाइलों में सहेज कर रखे जाते है|
  • इसे “खेप प्रक्रमण” भी कहते है, अधिक जानकारी के लिए यहाँ जाएँ