माइक्रोकन्ट्रोलर 8051 की मुख्य विशेषताएं कौन सी हैं ?

माइक्रोकन्ट्रोलर 8051 की मुख्य विशेषताएं

  •  इसमें 4 kB की आंतरिक मैमोरी होती है |
  •  इसमें 8 बिट CPU होती है |
  •  इसमें 16 बिट के दो टाइमर / काउन्टर होते है |
  • इसमे क्लॉक अॉसिलेटर तथा परिपथ , चिप पर ही निर्मित होता है|
  •  इसमें 8 बिट ‘प्रोग्राम स्टेटस वर्ड’ तथा स्टैक प्वाइटर होता है |
  •  इसमें 32 द्विदिशीय ( bi directional ) एड्रैसिबिल I/O लाइनों को चार 8 बिट पोर्टस ( P° से P³ ) के रूप में व्यवस्थित किया जाता है |

माइक्रोकन्ट्रोलर (Microcontroller) क्या होता है ?

  • माइक्रोप्रोसेसर एक बहुपयोगी आई. सी. चिप है जो डिजिटल कम्प्यूटर में CPU के रूप में प्रयुक्त होती है |
  • ये कम्प्यूटर, मैगाबाइट ” मैमोरी ” को ‘एड्रैस’ कर सकते है | और 8,6 या 32 बिट्स डेटा को प्रचलित कर सकते हैं |
  • केवल CPU ही पूरा कम्प्यूटर नहीं है और इसे “मैमोरी” , ” मैमोरी-डिकोडर “, I/O युक्तियों एवं डिस्पले कन्ट्रोलर , टाइमर/ काउन्टर आदि की आवश्यकता होती है |
  • इस प्रकार कम्प्यूटर में प्रयुक्त हार्डवेयर युक्तियों की संख्या बढ जाती है |
  • इस कमी की पूर्ति के लिए माइक्रोकन्ट्रोलर विकसित किया गया है |
  • माइक्रोकन्ट्रोलर एक पूर्ण कम्प्यूटर चिप होता है |
  • इसका उपयोग एकल चिप (Single chip) के रूप में विशिष्ट कार्यो हेतु, छोटे डिजिटल कम्प्यूटर के अभिकल्पन (Designing) में किया जाता है |
  • 8051 एक माइक्रोकन्ट्रोलर चिप है जो 8 बिट गणितीय एवं एकल बिट बूलियन प्रचालन सम्पन्न कर सकती है |
  • माइक्रोकन्ट्रोलर चिप में मैमोरी तथा I/O युक्तियाँ भी निहित होती है |
  • इसके पिन , बहुविध (Multiple) कार्य करते है |