इंटरनेट में डाटा ट्रान्सफर में कौनसी स्विचिंग का प्रयोग होता है?

उत्तर : Packet switching ( पैकेट स्विचिंग )

 

  • पैकेट स्विचिंग एक ऐसी डिजिटल नेटवर्किंग संचार विधि है, जिसमे
    • प्रेषित किये गए डाटा को उपयुक्त आकार के ब्लॉक के समूह में बाँट कर भेजा जाता है, जिसे ‘पैकेट’ कहते है|
    • फिर इन डाटा को ऐसे संचार माध्यम से भेजा जाता है जो एक साथ कई संचार सत्र द्वारा साझा किया जा रहा होता है|
  • पैकेट स्विचिंग से नेटवर्क दक्षता और मजबूती बढ़ जाती है और कई अनुप्रयोगों द्वारा एक ही नेटवर्क पर संचालन के तकनीकी अभिसरण को सक्षम बनाता है|
  • यहाँ, एक पैकेट एक हैडर और पेलोड से बना होता है|
  • हैडर की सूचना नेटवर्किंग हार्डवेयर द्वारा पैकेट को गंतव्य तक निर्देशित करने के लिए उपयोग की जाती है, वहीँ पेलोड अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर के द्वारा प्रयोग किया जाता है|

पैकेट स्विचिंग का एक सरल परिभाषा है:

रूटिंग और संबोधित पैकेट के माध्यम से डेटा के हस्तांतरण, जिससे की कोई संचार मार्ग सिर्फ पैकेट के ट्रान्सफर के दौरान ही भरा हुआ रहे और संचरण के पूरा होने पर चैनल अन्य यातायात के हस्तांतरण के लिए उपलब्ध कराया जा सके|

DSL का पूरा नाम क्या है? क्या है इसका उपयोग?

उत्तर : Digital Subscriber Line (डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन)

  • डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन एक उच्च गति कनेक्शन लाइन है कि नियमित रूप से टेलीफोन लाइन के तारों का उपयोग कर  इंटरनेट कनेक्टिविटी (256 केबीपीएस या ऊपर) प्रदान करता है|
  • डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन की मदद से, डाटा हस्तांतरण और टेलीफोन पर बातचीत को एक साथ किया जा सकता है|
  •  DSL नेटवर्क लेआउट के लिए ग्राहक के लिए DSL मॉडेम आवश्यक है|