माइक्रोकन्ट्रोलर (Microcontroller) क्या होता है ?

  • माइक्रोप्रोसेसर एक बहुपयोगी आई. सी. चिप है जो डिजिटल कम्प्यूटर में CPU के रूप में प्रयुक्त होती है |
  • ये कम्प्यूटर, मैगाबाइट ” मैमोरी ” को ‘एड्रैस’ कर सकते है | और 8,6 या 32 बिट्स डेटा को प्रचलित कर सकते हैं |
  • केवल CPU ही पूरा कम्प्यूटर नहीं है और इसे “मैमोरी” , ” मैमोरी-डिकोडर “, I/O युक्तियों एवं डिस्पले कन्ट्रोलर , टाइमर/ काउन्टर आदि की आवश्यकता होती है |
  • इस प्रकार कम्प्यूटर में प्रयुक्त हार्डवेयर युक्तियों की संख्या बढ जाती है |
  • इस कमी की पूर्ति के लिए माइक्रोकन्ट्रोलर विकसित किया गया है |
  • माइक्रोकन्ट्रोलर एक पूर्ण कम्प्यूटर चिप होता है |
  • इसका उपयोग एकल चिप (Single chip) के रूप में विशिष्ट कार्यो हेतु, छोटे डिजिटल कम्प्यूटर के अभिकल्पन (Designing) में किया जाता है |
  • 8051 एक माइक्रोकन्ट्रोलर चिप है जो 8 बिट गणितीय एवं एकल बिट बूलियन प्रचालन सम्पन्न कर सकती है |
  • माइक्रोकन्ट्रोलर चिप में मैमोरी तथा I/O युक्तियाँ भी निहित होती है |
  • इसके पिन , बहुविध (Multiple) कार्य करते है |

DNS ( डोमेन नेम सिस्टम)

DNS ( डोमेन नेम सिस्टम)

  • इन्टरनैट से जुडा प्रत्येक सेवा प्रदाता कम्प्यूटर, एक नाम से परिभाषित किया जाता है जो उसका डो़मेन नेम कहलाता है |
  • यह निम्नवत् प्रारूप में होता है – www.(डोमेन नेम ).com
  • यह वास्तव में सेवा प्रदाता का पता होता है |
  • क्योंकि ‘IP पते’ या ‘ होस्ट फाइल्स ‘ (host files) , विशाल सख्या में विधमान है , इसीलिए DNS सेवा प्रारभ की गई |
  • DNS, विश्व भर के सेवा प्रदाता कम्प्यूटरस का लेखा जोखा रखता है
    और
  • कम्प्यूटर उपयोगकर्ता की प्रार्थना पर उसे सेवा प्रदाता का “पता” उपलब्ध कराता है |