रेम मेमोरी कितने प्रकार की होती है?

Kinds-of-RAM

जब भी कोई कंप्यूटर, मोबाइल या अन्य यन्त्र कार्य करता है, तो उस दौरान चलने वाले सॉफ्टवेयर रेम मेमोरी का प्रयोग करते है|

रेम मेमोरी दो प्रकार की होती है:

  1. SRAM – स्टेटिक रेम
  2. DRAM – डायनामिक रेम

स्टेटिक रेम (SRAM)

  • इसमें रेम की स्मृति तभी तक रहती है, जब तक विद्युत् आपूर्ति चालू रहती है|
  • यह अस्थिर मेमोरी है, बिजली जाने पर इसका डाटा खो जाता है|
  • SRAM में 6-चिप्स-ट्रांजिस्टर के मैट्रिक्स का प्रयोग होता है
  • इसमें किसी केपेसिटर का प्रयोग नहीं होता है|
  • DRAM के मुकाबले इसमें ज्यादा चिप्स का उपयोग किया जाता है|
  • इसे बनाने में ज्यादा लागत आती है|
  • इसे कैश मेमोरी की तरह उपयोग किया जाता है|
  • यह DRAM के मुकाबले तेज गति से कार्य करती है|
  • इसमें विद्युत् की खपत ज्यादा होती है|

डायनामिक रेम (DRAM)

  • डाटा को बनाये रखने के लिए इसे बार बार रिफ्रेश किया जाता है|
  • यह SRAM के मुकाबले सस्ती होती है|
  • इसे आम तौर पर सिस्टम मेमोरी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है|
  • इसे उन मेमोरी सेल से बनाया जाता है जिसमें एक ट्रांजिस्टर और एक केपेसिटर होता है|
  • इसका जीवन काल SRAM से कम होता है|
  • यह SRAMके मुकाबले कम गति से कार्य करती है|
  • इसे रेम के रूप में प्रयोग किया जाता है|
  • इसमें बिजली की खपत भी कम होती है|

ASCII (आस्की) का पूरा नाम क्या है?

उतर: American Standard Code for Information Interchange (अमेरिकन स्टैण्डर्ड कोड फॉर इनफार्मेशन इंटरचेंज)

  • आस्की कोड एक रोमन अक्षरों और चिन्हों के लिए संख्यात्मक प्रतिनिधित्व है|
  • यह कंप्यूटर में एक वर्ण एन्कोडिंग योजना है|

पूरी सूची के लिए निम्न लिंक पर जाएँ:

http://www.ascii-code.com/