सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते है – सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर|
कंप्यूटर पर अपना काम करने वाले उपयोगकर्ता सामान्यतः “एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर” का ही प्रयोग करते है|
सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते है – सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर|
कंप्यूटर पर अपना काम करने वाले उपयोगकर्ता सामान्यतः “एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर” का ही प्रयोग करते है|
सभी प्रकार के स्वीकृत तथ्य, निदृष्ट सिद्धांत, व्यक्ति, वस्तु, स्थानों इत्यादि के नाम उनसे जुड़े तथ्य, विवरण व आंकड़ों को डेटा कहा जा सकता है, सामान्य तौर पर ये एंड यूजर के लिए अनुपयोगी ही होते है|
इन डेटा को कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस कर एंड यूजर के लिए उपलब्ध करवाई जाने वाली उपयोगी जानकारियों को इनफार्मेशन (सुचना) कहते है|
उदाहरण : हमारे आसपास के सभी स्थानों का तापमान, हवा का रुख, नमी और अन्य मौसम से जुड़े तथ्य डाटा कहे जायेंगे, लेकिन जब कंप्यूटर इन डाटा को प्रोसेस कर बारिश या अंधड़ की चेतावनी देता है तो उसे इनफार्मेशन कहेंगे|